कहते हैं शादी की 25वीं सालगिरह ‘Silver Jubilee’ होती है – एक ऐसा दिन जो प्यार, साथ और यादों से भरा होता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के एक परिवार के लिए ये दिन हमेशा के लिए एक काली याद बन गया।
एक साधारण इंसान, जो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ इस खास दिन को celebrate कर रहा था, अचानक उसी शाम इस दुनिया को अलविदा कह गया।
घर में सजावट थी, रिश्तेदार आए थे, खाना बन रहा था, और हर चेहरा मुस्कुरा रहा था। लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि ये मुस्कान कुछ देर बाद आंसुओं में बदल जाएगी।
Celebration ke beech hi उस व्यक्ति को सीने में तेज दर्द हुआ। पहले तो सबको लगा कि शायद थकान है, लेकिन कुछ ही मिनटों में हालत बिगड़ गई।
उसे तुरंत hospital ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे dead on arrival घोषित कर दिया।
पत्नी की आंखों में विश्वास नहीं था – 25 साल साथ बिताने के बाद, उसी दिन वो अकेली रह गई।
रिश्तेदारों ने बताया कि वो एक very humble and caring person थे – हमेशा दूसरों की मदद करते थे, और अपनी फैमिली को सबसे ऊपर रखते थे।
आज वो घर जहां हंसी गूंजनी थी, वहां अब सन्नाटा है।
केक रखा रह गया… और तस्वीर अधूरी रह गई।
Zindagi kab kis mod pe le aaye, koi नहीं जानता।
ये कहानी सिर्फ एक इंसान की नहीं, हर उस इंसान की है जो अपनी लाइफ में busy hai, future की planning mein laga hai, par present ko जीना भूल गया है।
So take a pause. Hug your loved ones. Say what you feel.
क्योंकि वक्त का कोई भरोसा नहीं होता…
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